शब्द का अर्थ
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वृष्य :
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वि० [सं०√वृष्+क्यप्, यत्, वा] १. (पदार्थ) जिससे वीर्य और बल बढ़ता है। २. (पदार्थ) जिसके सेवन से मन में आनन्द उत्पन्न होता हो। पुं० १. ईख। ऊख। २. उड़द की दाल। ३. आँवला। ४. ऋषभ नामक ओषधि। ५. कमल की नाल। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वृष्या :
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स्त्री० [सं० वृष्य+टाप्] १. अष्ट वर्ग की ऋद्धि नामक ओषधि। २. शतावर। ३. आँवला। ४. बिदारीकन्द। ५. अतिबला। ककही। ६. बड़ी दंती। ७. केवाँच। कौंछ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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