शब्द का अर्थ
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विमुद्र :
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वि० [सं० ब० स०] १. जिस पर मोहर या छाप न लगी हो। २. जिसका मुँह बन्द न हो। खिला या खुला हुआ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
विमुद्रण :
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पुं० [सं० वि+मुद्रा+युच्,-अन, तृ० त०] [भू० कृ० विमुद्रित] १. मुद्रा या छाप तोड़ना या हटाना। २. खिलने में प्रवृत्त करना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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