शब्द का अर्थ
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त्रात :
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भू० कृ० [सं०√त्रै (रक्षा करना)+क्त] जिसे त्राण दिया गया हो। विपत्ति या संकट से बचाया हुआ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
त्रातव्य :
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वि० [सं०√त्रै+तव्यत्] विपत्ति, संकट आदि से जिसकी रक्षा करना उचित या वांछनीय हो। त्राण पाने का अधिकारी या पात्र। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
त्राता(तृ) :
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वि० [सं०√त्रै (रक्षा करना)+तृच्] त्राण या रक्षा करनेवाला। पुं० वह जो किसी का त्राण या रक्षा करे। |
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समानार्थी शब्द-
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त्रातार :
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पुं०=त्राता। |
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समानार्थी शब्द-
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