शब्द का अर्थ
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त्राण :
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पुं० [सं०√त्रै (रक्षा करना)+ल्युट-अन] १. किसी को विपत्ति या संकट से छुटकारा दिलाने तथा उससे सुरक्षित रखने की क्रिया या भाव। २. शरण। ३. सहायता। ४. रक्षा का साधन। बचाने वाली चीज (यौ० के अन्त में) जैसे–पादत्राण, शिरस्त्राण। ५. कवच। बक्तर। ६. त्रायमाणा लता। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
त्राणक :
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पुं० [सं० त्रायक] त्राण करने या बचानेवाला। रक्षक। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
त्राणा :
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स्त्री० [सं० त्राण+टाप्] बनफशे की जाति की एक लता। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |