शब्द का अर्थ
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टिकड़ा :
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पुं० [हिं० टिकिया] [स्त्री० अल्पा० टिकड़ी] १. किसी जीव का छोटा विशेषतः चिपटा गोल टुकड़ा। २. गले में पहने जानेवाले आभूषणों में लटकता रहनेवाला धातु का वह गोल खंड जिसमें नग आदि जड़े रहते हैं। ३. जड़ाऊ गहनों में बना हुआ उक्त प्रकार का विभाग। ४. आँच पर सेंककर पकाई हुई छोटी चिपटी मोटी रोटी। क्रि० प्र०–लगाना। ५. प्रसूता, स्त्रियों को खिलाई जानेवाली वह रोटी जिसके आटे में अजवाइन, सोंठ आदि मसाले मिले रहते हैं। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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