शब्द का अर्थ
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गोंड़ :
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पुं० [सं० गोण्ड] १. एक असम्य जंगली जाति जो प्रायः गोंड-वाना प्रदेश (मध्य० भारत) में रहती थी और अब चारों ओर फैल गयी है।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) २. उक्त जाति का कोई व्यक्ति। ३. वर्षाऋतु में गाया जानेवाला एक राग। पुं० [सं० गोरणु] १. नाभि के ऊपर का निकला हुआ मांस-पिंड। २. वह व्यक्ति जिसका उक्त मांस-पिंड असाधारण रूप से बड़ा या मोटा हो। पुं० [सं० गोष्ट] १. गायों के रहने का स्थान। २. लंगर के ऊपर का गोलाकार भाग। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गोंड़ला :
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पुं०==गोंडरा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गोंड़ा :
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पुं० [सं० गोष्ठ] १. घेरा हुआ स्थान। बाड़ा। २. गाँव या ऐसी कोई छोटी बस्ती। ३. किसी एक किसान के वे सब खेत या उनका घेरा जो एक ही स्थान पर एक दूसरे से सटे हुए हों। ४. घर के बीच का आँगन। ५. विवाह के समय की परछन नामक रीति। मुहावरा–गोंड़ा सीजनादरवाजे पर बारात आने के समय कन्या-पक्ष से कुछ धन निछावर करके बाँटना या लुटाना। पुं० [?] साल के जंगलों में होनेवाली एक प्रकार की लता।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
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गोंड़ी :
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स्त्री० [हिं० गोंड़] गोंड़वाना प्रदेश में बोली जानेवाली गोड़ जाति की बोली। गोंड़वानी। |
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समानार्थी शब्द-
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