शब्द का अर्थ
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गरी :
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स्त्री० [सं०√गृ(लीलना)+अच्+ङीप्] देवताड़। स्त्री० [सं० गुलिका, प्रा० गुड़िया] १. नारियल के अंदर का वह सफेद मुलायम गूदा जो खाया जाता है। २. किसी कड़े बीज के अंदर का मुलायम और जमा हुआ गूदा। |
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समानार्थी शब्द-
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गरीब :
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वि० [अ० ग़रीब] [स्त्री० गरीबिन गरीबिनी, (क्व०) भाव० गरीबी] १. दीन और नम्र। २. दरिद्र। निर्धन। ३. निरुपाय। बेचारा। पुं० ईरानी संगीत में एक प्रकार का राग। |
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गरीबखाना :
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पुं० [फा०] (अपनी नम्रता दिखाने के लिए) इस गरीब (अर्थात् मुझ अकिंचन) के रहने का स्थान। मेरा घर। |
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गरीबनिवाज :
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वि० [फा० गरीब+नेवाज़] दोनों पर दया करने और दुःखियों का दुःख दूर करनेवाला। दयालु। |
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गरीबपरवर :
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वि० [फा०] गरीबों की परवरिश करनेवाला। गरीबों को पालनेवाला। दीन-पालक। |
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गरीबी :
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स्त्री० [अ० गरीब] १. गरीब होने की अवस्था या भाव। २. दीनता। नम्रता। ३. दरिद्रता। निर्धनता। |
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गरीयस् :
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वि० [सं० गुरु+ईयसुन,गर् आदेश] [स्त्री० गरीयसी] १. बहुत अधिक भारी। २. बहुत प्रबल और महान्। ३. महत्वपूर्ण। |
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