शब्द का अर्थ
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कैर :
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पुं० =करील। |
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समानार्थी शब्द-
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कैरट :
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पुं० [अं० मि० अ० किरात] १-३. १७ जौं की एक विदेशी तौल। २. सोने की बनी हुई चीजों में विशुद्ध सोने का अंश, मात्रा या मान। (२४ कैरेट का सोना विशुद्ध माना जाता है। यदि कोई चीज २॰ कैरट की कही जाय तो इसका अर्थ यह होगा कि इसमें २॰ हिस्सा सोना है और ४ हिस्सा दूसरी धातु का मेल है)। |
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कैरव :
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पुं० [सं० के√रु (शब्द)+अच्, केरव,+अण्] [स्त्री० कैरवी] १. कुमुद। कोई। २. सफेद कमल। ३. शत्रु। ४. धोखेबाज। ५. जुआरी। |
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कैरव-बंधु :
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पुं० [ष० त०] कैरवों (कुमुदों) का बंधु अर्थात् चंद्रमा। |
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कैरवाली :
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स्त्री० [सं० कैरव-आली, ष० त०] १. कैरवों का समूह। २. वह स्थान जहाँ बहुत-से कुमुद खिलें हों। |
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कैरविणी :
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स्त्री० [सं० कैरव+इनि, ङीष्] कुमुदिनी। |
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कैरवी (विन्) :
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स्त्री० [सं० कैरव=इनि] १. चाँदनी रात। २. चंद्रमा। ३. मेथी। |
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कैरा :
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पुं० [सं० कैरव+कुमुद] [स्त्री० कैरी] १. ऐसी सफेदी जिसमे कुछ ललाई की झलक हो। २. भूरा रंग। ३. ऐसा बैल जिसके सफेद रोयों के नीचे से चमड़े की ललाई झलकती हो। सोकन। सोकना। वि० १. भूरे रंग का। भूरा। २. भूरे रंग की आँखोंवाला। कंजा। |
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कैराटक :
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पुं० [सं० किर√अट् (गति)+अण्, किराट+कन्+अण्] वानस्पतिक वृक्ष का एक भेंद जिसके अन्तर्गत अफीम, कनेर आदि आते हैं। |
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कैरात :
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वि० [सं० किरात+अण्] १. किरातों में होने अथवा उनसे संबंध रखनेवाला। २. किरत देश का। पुं० १. किरात देश का राजकुमार। २. मोटा-ताजा आदमी। ३. चिरायता। ४. शंबर चंदन। ५. एक प्रकार का पक्षी विशेष। ६. शुद्ध राग का एक भेद। (संगीत) पुं० =कैरट।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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कैरातक :
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वि० [सं० कैरात+कन्]=कैरात। |
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कैरातिक :
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वि० [सं० किरात+ठक्-इक]=कैरात। |
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कैराल :
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पुं० [सं० किर√अल् (पर्याप्त होना)+अण्, किराल,+अण्] वायविंडग (ओषधि)। |
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कैरी :
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वि० स्त्री० [हिं० कैरा] १. भूरे रंग की। २. जिसकी आँखें भूरी हों। स्त्री० १. आम में बौर के बाद लगनेवाले फल के टिकोरे। २. नकली या बनावटी फूल। |
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