शब्द का अर्थ
|
किताब :
|
स्त्री० [अ०] [वि० किताबी] १. कागज के पन्नों में लिखी हुई (मुद्रित या हस्तलिखित) कोई साहित्यिक कृति, जिसकी जिल्द बँधी हो। पुस्तक। ग्रंथ। २. धर्म-ग्रंथ। जैसे—ईसाइयों या मुसलमानों की किताब। ३. बही-खाता। जैसे—हिसाब-किताब ठीक करना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
किताबत :
|
स्त्री० [अ०] लिखने की क्रिया या भाव। लिखने का काम। पद—खत किताबत (दे०)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
किताबी :
|
वि० [अ० किताब] १. किताब या पुस्तक संबंधी। पुस्तकीय। जैसे—किताबी ज्ञान। २. किताब के आकार या रूप रंग का। जैसे—किताबी डिबिया। ३. किताब की तरह कुछ लंबोतरा। जैसे—किताबी चेहरा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
किताबी कीड़ा :
|
पुं० [अ०+हि०] वह व्यक्ति जो सदा कुछ-न-कुछ पढ़ता रहता हो। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |