शब्द का अर्थ
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कलज :
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पुं० [सं० कल√जन् (उत्पन्न होना)+ड] मुर्गा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कलजिब्भा :
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वि० [हि० काला+जिहवा या जीभ] १. (पशु) जिसकी जीभ काली हो। विशेष—प्रायः ऐसा पशु अशुभ, ऐबी तथा दोषी समझा जाता है। जैसे—कलजिब्भा हाथी। २. (व्यक्ति) जिसके मुँह से निकली हुई अमांगलिक या अशुभ बात प्रायः ठीक उतरती या निकलती हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कलजीहा :
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वि०=कलजिब्भा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कलजुग :
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पुं०=कलियुग। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |