शब्द का अर्थ
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औरा :
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प्रत्यय [सं० वटक, हिं० बड़ा] एक प्रत्यय जो कुछ संज्ञाओं में लगकर किसी विशिष्ट वस्तु से या किसी विशिष्ट रूप में बने हुए पकवानों का वाचक होता है। जैसे—तिल से तिलौरा, फूलना से फुलौरा आदि। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
औरासी :
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वि० [सं० अव+राशि] [स्त्री० औरासी] १. जो निकृष्ट या बुरी राशि में हो या उससे संबंध रखता हो। २. बे-ठिकाने का। बेढंगा। बे-ढब। उदाहरण—विसर्यो सूर विरह दुःख अपनी सुवत चाल औरासी।—सूर। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |