शब्द का अर्थ
|
उत्ताप :
|
पुं० [सं० उद्√तप् (तपना)+घञ्] १. साधारण से बहुत अधिक बढ़ा हुआ ताप। २. मन में होनेवाला बहुत अधिक कष्ट या दुख। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उत्ताप :
|
पुं० [सं० उद्√तप् (तपना)+घञ्] १. साधारण से बहुत अधिक बढ़ा हुआ ताप। २. मन में होनेवाला बहुत अधिक कष्ट या दुख। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उत्तापन :
|
पुं० [सं० उद्√तप्+णिच्+ल्युट्-अन] [भू० कृ० उत्तापित, उत्तप्त] १. बहुत अधिक गरम करने या तपाने की क्रिया या भाव। २. बहुत अधिक मानसिक कष्ट या पीड़ा पहुँचाना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उत्तापन :
|
पुं० [सं० उद्√तप्+णिच्+ल्युट्-अन] [भू० कृ० उत्तापित, उत्तप्त] १. बहुत अधिक गरम करने या तपाने की क्रिया या भाव। २. बहुत अधिक मानसिक कष्ट या पीड़ा पहुँचाना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उत्तापमापी (पिन्) :
|
पुं० [सं० उत्ताप√मा या√मि(नापना)+णिच्, पुक्+णिनि] एक यंत्र जिससे बहुत अधिक ऊँचे दरजे के ऐसे ताप नापे जाते हैं जो साधारण ताप-मापकों से नहीं नापे जा सकते। (पीरो मीटर)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उत्तापमापी (पिन्) :
|
पुं० [सं० उत्ताप√मा या√मि(नापना)+णिच्, पुक्+णिनि] एक यंत्र जिससे बहुत अधिक ऊँचे दरजे के ऐसे ताप नापे जाते हैं जो साधारण ताप-मापकों से नहीं नापे जा सकते। (पीरो मीटर)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उत्तापित :
|
भू० कृ० [सं० उद्√तप्+णिच्+क्त] १. बहुत गर्म किया या तपाया हुआ। उत्तप्त। २. जिसे बहुत दुःख पहुँचाया गया हो। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उत्तापित :
|
भू० कृ० [सं० उद्√तप्+णिच्+क्त] १. बहुत गर्म किया या तपाया हुआ। उत्तप्त। २. जिसे बहुत दुःख पहुँचाया गया हो। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उत्तापी (पिन्) :
|
वि० [सं० उद्√तप्+णिच्+णिनि] १. उत्तापन करने या बहुत ताप पहुँचानेवाला। २. बहुत अधिक कष्ट देनेवाला। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उत्तापी (पिन्) :
|
वि० [सं० उद्√तप्+णिच्+णिनि] १. उत्तापन करने या बहुत ताप पहुँचानेवाला। २. बहुत अधिक कष्ट देनेवाला। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |