शब्द का अर्थ
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अनुशय :
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पुं० [सं० अनु√शी (सोना)+अच्] १. पुराना वैर। २. झगड़ा। विवाद। ३. दान-संबंधी विवाद या उसका निर्णय। ४. काम से मिलने वाला अवकाश। छुट्टी। ५. पश्चात्ताप। उदाहरण—लघुता मत देखो वक्ष चीर। जिसमें अनुशय बन घुसा तीर।—प्रसाद। ६.किसी की दी हुई आज्ञा या किये हुए कार्य को नहीं के समान करना। रद्द करना। (रिवोकेशन) |
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समानार्थी शब्द-
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अनुशयान :
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वि० [सं० अनु√शी+शानच्] [स्त्री० अनुशायाना] पश्चाताप करनेवाला। |
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समानार्थी शब्द-
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अनुशयाना :
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स्त्री० [सं० अनुशयन+टाप्] साहित्य में, वह परकीया नायिका जो अपने प्रिय के मिलने के स्थान के नष्ट हो जाने से दुःखी हो। |
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अनुशयी (यिन्) :
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वि० [सं० अनुशय+इनि] १. वैर या द्वेष करनेवाला। २. झगड़ालू। ३. पश्चाताप करनेवाला। ४. चरण छूकर प्रणाम करनेवाला। ५. अनुरक्त। आसक्त। पुं० १. प्राचीन काल में वह राजकीय अधिकारी जो दान-संबंधी झगड़ों का निर्णय करता था। (अर्थशास्त्र) २. पेट में एक प्रकार की होने वाली फुंसी। |
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