शब्द का अर्थ
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अकर्मण्य :
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वि० [सं० कर्मन+यत्, न त०] [भाव० अकर्मण्यता] १. (व्यक्ति) जो कोई काम ठीक तरह से न कर सकता हो। निकम्मा। २. (पदार्थ) जो किसी काम का या उपयोगी न हो। व्यर्थ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अकर्मण्यता :
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स्त्री० [सं० अकर्ण्यय+तल्-टाप्] अकर्मण्य होने की अवस्था या भाव। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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