शब्द का अर्थ
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विबंध :
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पुं० [सं० ब० स०] १. बहुत बड़ा बन्धन। २. पेट के अफरा नामक रोग का एक भेद। ३. अनाज, भूसे आदि का ढेर। ४. बैलों आदि के कन्धे पर रखा जानेवाला जूआ। जुआठा। ५. चौड़ी और बड़ी सड़क। राजमार्ग। ६. प्राचीन काल में वह आय जो राजा को प्रजा से होती थी। ७. बन्धन। हथकड़ी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
विबंधन :
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पुं० [सं० तृ० त०] [वि० विबंधक] १. बाँधने की क्रिया या भाव। २. पीठ, छाती, पेट आदि के घाव या फोड़े पर बाँधी जानेवाली पट्टी (सुश्रुत)। ३. बाधा। रुकावट। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
विबंधु :
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वि० [सं० ब० स० वि+बन्धु] १. जिसके भाई-बन्धु न हों। बन्धुहीन। २. अनाथ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |