शब्द का अर्थ
|
बैठाना :
|
सं० [हिं० बैठना का स०] १. किसी को बैठने में प्रवृत्त करना। ऐसा काम करना जिससे कोई बैठे। आसीन, उपविष्ट या स्थित करना जैसे—जो लोग खड़े हैं, उन्हें यथा-स्थान बैठा दो। २. किसी उद्देश्य की पूर्ति या कार्य की सिद्धि के लिए किसी को किसी पद या स्थान पर आसीन या नियुक्त करना। जैसे—(क) किसी को कहीं का प्रबंधक बनाकर बैठाना। (ख) झगड़ा निपटाने के लिए पंचायत बैठाना। (ग) रखवाली के लिए पहरा बैठाना। ३. आये हुए व्यक्ति या व्यक्तियों को आदरपूर्वक उचित आसन या स्थान पर आसीन करना। जैसे—अतिथियों को बैठाना। ४. किसी को किसी काम में इस प्रकार लगाना कि वह वहाँ आसन जमाकर काम करे। जैसे—पंड़ित को पूजा-पाठ के लिए या लड़के को किसी के यहाँ काम सीखने के लिए बैठाना। ५. जिस काम के लिए कोई उद्धत, तत्पर या सत्रद्ध हुआ हो, उससे उसे रोककर उम्मेदवार को बैठाना। ६. जो चीज किसी प्रकार उठी, उभरी या अपने स्थान से बढ़ी य़ा हटी हो० उसे फिर यथा-स्थान करना या लाना। जैसे—नस, सूजन या हड्डी बैठाना। ७. किसी को किसी यान या सवारी पर आसीन कराना। जैसे—बगीचे में पेड़-पौधे बैठाना। ९. उबालने, गरम करने, पकाने आदि के लिए आग या चूल्हे पर चढ़ाना या रखना। जैसे—दाल या दूध बैठाना। पद—बैठा भात=वह भात जो चावल और पानी एक ही साथ आग पर रखकर पकाया गया हो। १॰. किसी प्रकार या रूप में नीचे की ओर गिराना, दबाना या धँसाना। जैसे—उस कमरे के बोझ ने सारा मकान बैठा दिया। ११. कोई चलता हुआ काम इस प्रकार विकृत करना कि उसका अंत या नाश हो जाय। जैसे—ये नये कार्यकर्त्ता तो चार दिन में कारखाने (या संस्था) को बैठा देंगे। १२. किसी वस्तु या व्यक्ति को ऐसी अवस्था में लाना कि वह निक्म्मा, रद्दी या बेकार हो जाय। जैसे—(क) बीमारी (या बुढ़ाये) ने उन्हें बैठा दिया है। (क) तुमने लापरवाही से सारा अचार बैठा दिया। १३. किसी स्त्री को उपपत्नी बनाकर अपने घर ले आना और रखना। जैसे—उन्होंने एक वेश्या को बैठा लिया था। १४. नर और मादा को संभोग करने के लिए एक साथ रखना। जोड़ा खिलाना। जैसे—मुरगे को मुरगी के साथ बैठाना। १५. पानी आदि में घुली वस्तु को तल में ले जाकर जमाना। जैसे—यह दवा सब मैल नीचे बैठा देगी। १६. किसी काम में कौशल प्राप्त करने के लिए इस प्रकार अभ्यास करना कि शरीर का कोई अंग ठीक तरह से काम करने लगे। जैसे—चित्रकारी में हाथ बैठाना। १७. प्राहर के समय फेंक या चलाकर कोई चीज ठीक जगह पर पहुँचाना। क्षिप्त वस्तु को निर्दिष्ट लक्ष्य या स्थान पर जमाना या लगाना। जैसे—निशाना बैठाना। १८. उक्ति, कथन, सिद्धान्त आदि कहीं इस रूप में लगाना कि वह उपयुक्त या सार्थक जान पड़े। घटित करना। घटाना। जैसे—(क) आप अपना यहसिद्धान्त हर जगह नहीं बैठा सकते। (ख) इस दोहे का अर्थ बैठाओ तोजानें उत्तर याफल निकालने के लिए उचित किया या हिसाब करना। जैसे—जोड़ पड़त या हिसाब बैठना। २0 फगाहने आदि के लिए कर या शुल्क नियत करना जैसे। अब तो नित्य नए नए कर बैठाय जाते हैं। २१. कोई चीज किसी के पास गिरवी या रेहन रखना। (जुआरी) जैसे—उसके दाँव चुकाने के लिए अँगूठी बैठा दी। संयो० क्रि०—देना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|