शब्द का अर्थ
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फराख :
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वि० [फा० फ़राख] लम्बा-चौड़ा। विस्तृत। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फराखदिल :
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वि० [फा० फ़राख दिल] [भाव० फराखदिली] उदार हृदयवाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फराखी :
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स्त्री० [फा० फ़राखी] १. फराख अर्थात् विस्तृत होने की अवस्था या भाव। विस्तार २. धन-धान्य आदि की उचित संपन्नता। ३. वह तस्मा या चौड़ा फीता जो घोड़े की पीठ पर बाँधकर कसा जाता है। तंग। |
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समानार्थी शब्द-
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