शब्द का अर्थ
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तरस् :
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पुं० [सं०√तृ (तरना)+असुन्] १. बल। शक्ति। २. तेजी। वेग। ३. बीमारी। रोग। ४. तट। किनारा। ५. वानर। बन्दर। |
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तरस्वान्(स्वत्) :
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वि० [सं० तरस+मतुप्] १. जिसकी गति बहुत अधिक या तीव्र हो। २. वीर। बहादुर। साहसी। पुं० १. वायु। २. गरुड़। ३. शिव। |
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तरस्वी(स्विन्) :
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वि० [सं० तरस+विनि]=तरस्वान्। |
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