शब्द का अर्थ
|
टुंड (ा) :
|
वि० [सं० तुंड] [स्त्री० टुंड़ी] १. (वृक्ष) जिसकी डालें या पत्तियाँ कट, गिर या झड़ गई हों। २. (व्यक्ति) जिसका एक या दोनों हाथ कटे हुए हों। ३. (पशु) जिसका एक या दोनों सींग कटकर या और किसी प्रकार गिर गये हों। ४. (चीज) जिसका कोई अंग खंडित हो। पुं० १. ठूँठ वृक्ष। २. लूला। ३. पशु जिसका एक सींग टूट चुका हो। ४. एक काल्पनिक प्रेत जिसके संबंध में यह प्रसिद्ध है कि वह रात के समय अपना कटा हुआ सिर हथेली पर रखकर तथा घोड़े पर सवार होकर निकलता है। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|