शब्द का अर्थ
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टीपना :
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स० [सं० टेपन=फेंकना] १. उंगलियों या हथेलियों से दबाना। जैसे–किसी के पैर या हाथ टीपना। २. कोई चीज ठीक तरह से बनाने या सुन्दर रूप देने के लिए उस पर धीरे-धीरे हलका आघात या प्रहार करना। जैसे–गच या पलस्तर टीपना। ३. ईटों की बनी हुई दीवार, फरश आदि पर सीमेंट आदि का पलस्तर न करके उसकी दराजों या संधियों को बंद करने के लिए उनमें मसाला भरना। ४. हलके हाथों से लेप आदि लगाना। ५. गाने के समय किसी स्वर को बहुत खींचते हुए और पूरी शक्ति लगाकर उसका उच्चारण करना। ६. गंजी के खेल में अपने दो पत्तों से विपक्षी का एक पत्ता मारना। स० [सं० टिप्पनी] १. याद रखने के लिए कुछ लिख या टाँक लेना। २. अंकित करना। निशान लगाना। उदाहरण–कुकुंम चंदन चारु चून ऐपन सौं टीपे।–रत्नाकर। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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