शब्द का अर्थ
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कुलिश :
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पुं० [सं० कुलि√शी (सोना)+ड] आकाश से गिरनेवाली बिजली। गाज। वज्र। २. कुठार। ३. हीरा। ४. राम, कृष्ण आदि अवतारों के चरणों में होनेवाला के प्रकार का चिन्ह जिसका आकार व्रज (अस्त्र) जैसा होता है। ५. एक प्रकार की मछली। |
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कुलिश-धर :
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पुं० [ष० त०] देवराज इंद्र जो हाथ में कुलीन या व्रज रखते हैं। |
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कुलिश-नायक :
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पुं० [ष० त०] एक प्रकार का रतिवंध। |
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कुलिश-पाणि :
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पुं० [ब० स०] =कुलिशधर। |
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कुलिशासन :
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पुं० [कुलिश-आसन, ब० स०] गौतमबुद्ध। |
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कुलिशी :
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स्त्री० [सं० कुलिश] वेदानुसार एक नदी जो आकाश के बीच में से होकर बहती है। |
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