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शब्द का अर्थ
अंग-द्वार :
पुं० [प० त०] शरीर के छेद या द्वार इस प्रकार हैं—दोनों कान, दोनों आँखे, नाक के दोनों रन्ध्र, मुख, गुदा, लिंग और ब्रह्माण्ड। विशेष—गीता के अनुसार शरीर में केवल नौ द्वार (ब्रह्मांण्ड को छोड़कर हैं)।
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं
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